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Showing posts from June, 2019

Nasa कर रहा है तैयारी...अंतरिक्ष में बनाना चाहता है बिस्किट!

नासा अंतरिक्ष यात्रियों के लिए स्पेस में फ्रेश खाना खिलाने की तैयारी कर रही है. नासा वैसे ही अपनी नई नई तकनीक से अंतरिक्ष में कुछ न कुछ नया करती रहती है. अब फ्रेश खाने के लिए उन्होंने एक स्पेशल ओवन स्पेस स्टेशन पर भेज दिया है. बताया जा रहा है कि इस ओवन में अंतरिक्ष यात्री बिस्किट बना सकेंगे. अगर ऐसा हुआ तो ये बड़ी उपलब्धि होगी नासा के लिए. बता दें, अंतरिक्ष यात्री स्पेस में जाने के लिए डीहाइड्रेटेड या पका हुआ भोजन ले जाते थे. लेकिन अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द स्पेस में अंतरिक्ष यात्री बिस्किट बना लेंगे. नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो ने जानकारी देते हुए कहा कि हम देखना चाहते हैं कि शून्य गुरुत्वाकर्षण में बिस्किट को बेक करने की प्रक्रिया कैसे काम करती है. स्पेस स्टेशन में पृथ्वी जैसा वातावरण तैयार करने के लिए कृत्रिम वातावरण तैयार किया जाता है. मैसिमिनो ने कहा अभी तो हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि अंतरिक्ष में बिस्किट एक बार में ही बन जाएंगे या नहीं लेकिन इनकी खुशबू बेहद रोमांचक होगी.  उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में बिस्किट बनाना केवल आनंद लेने के लिए ही नह

बस एक अक्षर में हुई चूक जिसकी बुजुर्ग को मिली इतनी बड़ी सजा...

गलतियां इंसान से ही होती हैं, कहते हैं ना इंसान गलतियों का पुतला है. जीवन में हर किसी से कभी ना कभी गलती होती ही हैं. लेकिन कभीकभार कुछ गलतियाँ ऐसी होती हैं जो बड़ी आफत बन जाती हैं. कई बार ये हमारे मुसीबत ही बन जाती है. ऐसी ही एक छोटी गलती हुई एक बुजुर्ग से जो कि उन्हें बहुत भारी पड़ गई, जिसके बाद उसने अभी सोचा भी नहीं होगा. बता दें, इसकी वजह से उन्हें 1400 किमी. की सजा मिली हैं. आइये आपको बता देते हैं उनकी गलती. ये घटना बर्लिन के 81 वर्षीय बुजुर्ग की है. बुजुर्ग की गलती बस एक अक्षर की थी और उनकी गलती ने उन्हें 1400 किलोमीटर दूर पहुंचा दिया. दरअसल, बुजुर्ग को पोप से मिलने जाना था, लेकिन वो कहीं और पहुंच गए. खबरिओन की मानें तो बुजुर्ग को पोप से मिलने की इच्छा हुई, जिसके बाद वो अपनी कार लेकर बर्लिन से रोम के लिए निकल गए. रोम जाने के लिए उन्होंने नेविगेशन ऐप का इस्तेमाल करते हुए डेस्टिनेशन का पता डाला और आराम से चलने लगे. लेकिन जब वो अपनी उस जगह पर पहुंचे तो हैरान. लंबे सफर के बाद जब उनके ऐप ने बताया कि वो अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच चुके हैं तो वह हैरान हो गए. क्योंकि वहां पर ना तो

एक सेकंड में 183 बार पंख फड़फड़ा सकता है ये जीव, जानिए रोचक तथ्य...

एक मधुमक्खी अपने जीवनकाल में एक चम्मच शहद भी इकठ्ठा नहीं कर पाती हैं. इस बात को जानकर आप भी सोच रहे होंगे कि वो इतना सारा शहद इकट्ठा कैसे कर सकती हैं. आयुर्वेदिक दवाई को दूध और शहद के साथ ही लिया जाता हैं क्योंकि ये दोनों आहार पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं. दूध तो हमें गाय से मिलता हैं और शहद की प्राप्ति होती हैं मधुमक्खी से. ऐसे में हम आपको मधुमक्खियों से जुड़े मजेदार और रोचक तथ्यों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपको बेहद पसंद आएँगे. - मधुमक्खियाँ छत्ते बनाकर रहती है. इनका छत्ता मोम से बना होता है जो इनके पेट की ग्रंथियों से निकलता है. - हर मधुमक्खी के छत्ते में एक रानी मक्खी, कुछ सौ नर और 99 फीसदी मादा मक्खियाँ होती है जो शहद बनाने का काम करती हैं. - हर छत्ते में नर मक्खियों की संख्या बेहद कम होती है, उनका काम केवल रानी मधुमक्खी से सेक्स कर गर्भाधान करना है. गर्भाधान के लिए कई नर प्रयास करते हैं जिनमें एक ही सफल हो पाता है. - मधुमक्खियाँ सिर्फ आधा किलो शहद बनाने के लिए बीस लाख फूलों का उपयोग करती है और 1 लाख किलोमीटर से भी ज्यादा यात्रा करती हैं. इतनी यात्रा धरती के ढाई

पढाई का खर्चा निकालने के लिए 23 साल का लड़का हुआ राजी, कर ली 91 साल की महिला से शादी

आज कल कम उम्र में शादी करना या अपने से कई साल छोटे उम्र के लड़के के साथ शादी करना बहुत ही आम बात हो चुकी हैं. ऐसा ही एक मामले के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. वैसे आपने भी कई बार ऐसी ही बातें सुनी होंगी जिन पर आपने यकीन नहीं किया होगा. ऐसा ही शादी से ही संबंधित हैरान कर देने वाला मामला सामने आया हैं और उसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर काफी तहलका मचा रहीं हैं. हमारे समाज में शादी करने की सही उम्र 24- 28 साल मानी जाती हैं और शादी करने वाले कपल के बीच में 3-4 साल का अंतर होना बेहद ही अच्छा माना जाता हैं. लेकिन एक 91 साल की महिला नें 23 साल के साथ शादी कर ली हैं और इनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहीं हैं. इसके बारे में ही चर्चा जोरों पर है. अर्जेंटीना में 23 साल का एक लड़का लॉ की पढ़ाई कर रहा था, लेकिन लड़के की अर्थिक स्थिति कुछ ठीक नहीं थी और वह कॉलेज का खर्चा नहीं उठा पा रहा था. लड़के के साथ घर में उसकी मां, भाई और 91 साल की एक वृद्ध महिला भी रहती थी. कुछ दिन बाद उस महिला ने लड़के से कहा कि तुम मुझसे शादी कर लो, मैं तुम्हारी पढ़ाई की पूरा खर्चा दुगी. इस बारे में

जो भी इस मज़ार पर सिगरेट चढ़ाता है, उसे सच्चा प्यार मिल जाता है

भारत एक ऐसा देश हैं, जहां लोगों की आंख मंदिर के घंटे और नामज़ की अजान से खुलती है. इस जगह पर लोग अच्छी अच्छी चीज़ें चढ़ाते हैं लेकिन एक जगह ऐसी है जहां पर लोग सिगरेट चढ़ाते हैं. ये जानकर आपको भी हैरानी होगी कि अब तक आपने मज़ारों पर अगरबत्ती और चादर चढ़ाते देखा होगा, लेकिन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक ऐसी मज़ार है, जहां पर लोग चढ़ावे के तौर पर सिगरेट चढ़ाते हैं. आपको बता दें, ये मज़ार एक क्रिश्चियन सिपाही की है, लेकिन यहां पर हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही धर्मों के लोग आते हैं और मज़ार पर सिगरेट जलाते हैं. लोग वेल्स को सिगरेट वाले बाबा कहकर बुलाते हैं. ये कब्र लखनऊ के मूसाबाग में स्थित है, जो पहले खंडहर था. बाद में यहां सब्जी मंडी बन गई. मूसाबाग में आजादी के पहले अंग्रेज़ रहा करते थे. साल 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के तहत अंग्रेज सैनिकों और भारतीय स्वतंत्रता सैनिकों के बीच में भयंकर गोलाबारी हुई. जिसमें यहां बनी अंग्रेजों की एक इमारत पूरी तरह से तहस-नहस हो गई. बताया जाता है कि इसी गोलाबारी में कैप्टन वेल्स मारे गए थे. साथ ही ये भी कहा जाता है कि जिन्हें सिगरेट और शराब से बेह

हर रोज 400 लोगों की भूख मिटाता है ये कपल, खिलाता है भरपेट खाना...

दुनिया में हर इंसान अपना पेट भरने के लिए काम करता है। दो वक्त का खाना और थोड़ा सुकून मिल जाए तो जिंदगी सफल हो जाती है। लेकिन देश का एक तबका ऐसा भी है जो कई रात भूखे पेट सोता है। हालांकि हम इस विषय में सोचते तो हैं लेकिन कुछ कर नहीं पाते एक व्यक्ति ऐसा भी है, जिसने सोच से ऊपर उठकर वो काम किया है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। इस व्यक्ति का नाम सईद ओसमान अजहर मकसूसी है। हैदराबाद में हर रोज बेघरों, भिखारियों, कचरा बीनने वालों और मजदूरों को सईद का इंतजार रहता है। हर दोपहर सईद 400 लोगों को पेट भर खाना खिलाते हैं। अजहर ने इस नेक काम की शुरुआत 2012 में की थी और ये सिलसिला आज तक जारी है। 2012 से लेकर अब तक एक दिन भी ऐसा नहीं गया, जब भूखे गरीबों को सईद ने खाना ना खिलाया हो। 4 साल की उम्र में अजहर के पिता का देहांत हो गया था, इसके बाद कई बार उनके परिवार को भूखे पेट सोना पड़ा। जिम्मेदारियों के चलते उन्होंने छोटी सी उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया। एक दिन जब वो काम से लौट रहे थे, तब उनकी नजर एक भूखी महिला पर पड़ी। गरीब महिला भूख से तड़प रही थी। इसके बाद उन्होंने अपने पैसे से महिला को

खुशी-खुशी एक शेर के साथ रोज सोती है यह लेडी, नहीं लगता डर...

जंगली जानवरों से हम दूर ही रहना पसंद करते हैं ताकि हमे कोई नुकसान न पहुंचाए. ऐसे ही बात शेर की करें तो उसे तो लोग दूर से देखकर ही डर जाते हैं. जंगल के राजा शेर का सामना करने के लिए सवा शेर का कलेजा चाहिए. लेकिन हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जो दिनभर शेर के साथ ही रहती है. सुनकर आपके पसीने छूट गए होंगे लेकिन आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला. दरअसल, आपको एक बहादुर महिला के लिए बारें में बता रहे है. यह महिला और कोई नहीं बल्कि एक्ट्रेस मेलानी ग्रिफिथ है. यह शेर के साथ खेलती है जैसे कोई बच्चे के साथ खेलते है, यहां तक की उसी के साथ सोती भी है. मेलानी ने बचपन से ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था. मेलानी मशहूर हॉलीवुड हस्ती टिपी हैदरें की बेटी थी. बताया जाता है कि मेलानी नेे केवल 14 साल की उम्र में ही प्रसिद्ध हॉलीवुड कलाकार 22 साल के डॉन जॉनसन के साथ डेटिंग करना शुरू कर दिया था. ये काफी रिच हैं और इतनी कि मेलानी के घर में एक खूंखार अफ्रीकी बब्बर शेर भी किसी पालतू जानवर की तरह रहता है. इस शेर का नाम नील है. मेलानी का परिवार इस शेर को अफ्रीका से लेकर आया था.

लड़की को लड़का और लड़के को लड़की बना देते हैं यहां के पेरेंट्स...

बच्चों के मुस्कुराते चेहरे जिनके माथे पर लगे होते हैं फूल वाले हेड बैंड और अपने लंबे बालों के साथ जोय मिडिलटन किसी अन्य स्कूल गर्ल की ही तरह दिखती है. स्कूल जाते बच्चे बेहद ही अच्छे लगते हैं. लेकिन हम ऐसी जगह की बात कर रहे हैं जहां पर माँ बाप  ही अपने बच्चे का जेंडर बदल रहे हैं. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि 12 साल की जोय का जब जन्म हुआ था तब वो एक लड़का था जिसका नाम कियान था. उसका भी जेंडर बदल दिया गया जो बहुत ही हैरानी की बात है. जोय के मां की मानें तो जब वो 4 साल की हुई थी तभी से वो लड़कियों के कपड़े पहनना चाहती थी. उसने मिडिल स्कूल जाना शुरू करने के बाद जोय ने अपने मां-बाप को बताया कि वो पूरी तरह से एक लड़की की तरह रहना चाहती है. वो पैंट की जगह स्कर्ट पहनकर स्कूल जाना चाहती है. अब इस पर एक्शन लेते हुए जो कि कुछ मां-बाप को अजीब लग सकता है, जोय के मम्मी-पापा ने जोय का डॉक्टर से मिल कर इलाज कराने की सोची है. जोय के मम्मी-पापा ये उम्मीद कर रहे हैं कि लंदन के टाविस्टॉक जेंडर आईडेंटिटी डेवलपमेंट क्लिनिक लंदन में उनकी बेटी का जांच करेगी और फिर उसका जरूरत के हिसाब से इलाज किया जाएगा

सिर्फ मां को छोड़कर इस नन्ही सी बच्ची की आंखों का हर कोई है दीवाना, जानिए हैरान कर देने वाला सच

अमेरिका के मिन्नेसोटा में रहने वाली महज दो साल की एक बच्ची की आंखें इतनी खूबसूरत और प्यारी हैं कि बिना उसकी तारीफ किए कोई रह ही नही सकता है. जो भी इस बच्ची कई आँखों को देखता है वह इन्हे निहारे बिना रह ही नही पाता है. लेकिन उसकी आंखें खूबसूरत होने की वजह बेहद खराब भी है. बता दें कि बच्ची को एक दुर्लभ बीमारी है, जिसकी वजह से उसकी आंखों की पुतलियां काफी बड़ी हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक़, आंखों के ज्यादातर हिस्से में पुतलियां ही नजर आती हैं और पैदा होने के हफ्तेभर बाद ही जांच के दौरान उसे एक गंभीर बीमारी होने की खबर सामने आई थी. बताया जाता है कि इस तरह की बीमारी 2 लाख बच्चों में से किसी एक को होती है, इसकी वजह से बच्चों की आँखों कई रोशनी जाने का खतरा भी बना रहता है. बता दें कि यह मामला मिन्नेसोटा में रहने वाले मेरोन और करीना मार्टिनेज की करीब दो साल की बेटी मेहलानी का है, जो एक रेयर सिन्ड्रोम एक्सेनफेल्ड रीगर से इस समय जूझ रही है और इसी वजह से उसकी पुतलियां सामान्य से काफी बड़ी नजर आती हैं. डॉक्टरों के मुताबिक़, इस बीमारी की वजह से बच्ची को कुछ अन्य दिक्कतें भी हो सकती हैं, जिसमे

इस आम के पीछे पागल है हर इंसान, चुकाने को तैयार है कोई भी कीमत!

गर्मी के मौसम में लोग फलों में आम को सबसे ज्यादा पसंद करते है. फलों के राजा आम की कई किस्म दशहरी, चौसा, मल्लिका, केसर, लंगड़ा सहित लगभग 700 किस्मों के बीच एक आम भी है जो इन दिन चर्चाओं का विषय बना हुआ है. ऐसे ही एक आम होता है जिसे ‘आमों की मलिका’ कहा जाता है. ये आम बहुत ही खास होता है जिसे पाने के लिए लोग मुंह मांगी कीमत भी देते हैं. बात दें, ‘आमों की मलिका’ के रूप में मशहूर किस्म ‘नूरजहां’ के फलों का औसत वजन इस बार मौसम की मेहरबानी से बढक़र 2.75 किलोग्राम पर पहुंच गया है. यही वजह है कि आम की इस दुर्लभ किस्म के मुरीद इसके केवल एक फल के लिए 1,200 रुपए तक चुका रहे हैं. इसे खरीदने के लिए लोग हर कीमत देते हैं और इसे खाने का लाभ उठाते हैं. अफगानी मूल की मानी जाने वाली आम की प्रजाति नूरजहां के गिने-चुने पेड़ मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाडा क्षेत्र में ही पाए जाते हैं. मध्य प्रदेश का यह इलाका गुजरात से सटा है. जानकारी के अनुसार यह इंदौर से करीब 250 किलोमीटर दूर कट्ठीवाडा में इस प्रजाति की खेती के विशेषज्ञ इशाक मंसूरी ने बताया, ‘इस बार अनुकूल मौसमी हालात के चलते नूरजहां के पे

एक खतरनाक बीमारी से पीड़ित है ये कपल, हाथों पर उग जाती हैं पेड़ की शाखाएं

दुनिया में कई अजीब बीमारियां हैं जिनके इलाज भी मौजूद हैं. लेकिन कुछ ऐसी भी  हैं जिनके बारे में आप सुनकर हैरान रह जायेंगे. आज हम ऐसी ही एक अजीब बीमारी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप हैरत में पड़ जायेंगे. बांग्लादेश के अब्‍दुल बजनदार (Abdul Bajandar) एक अजीब बीमारी का शिकार है. इस बीमारी की वजह से उनके हाथ और पैर पर बार-बार पेड़ की शाखाओं जैसी आकृतियां उभर आती हैं. 2016 से लेकर अब तक अब्‍दुल बजनदार के 25 ऑपरेशन हो चुके हैं. ये कहा जा सकता है कि इस बीमारी में उसके हाथों पर पेड़ उग जाते हैं. इस बीमारी से परेशान अब्‍दुल ने कहा कि वह चाहता है कि उसके हाथ काट दिए जाएं ताकि उसे असहनीय दर्द से छुटकारा मिल सके. बिगड़ती हालत को देखते हुए एक बच्‍चे के पिता 28 वर्षीय अब्‍दुल को इसी साल जनवरी में अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था. इस बार उनके हाथ पर पहले से भी लंबी पेड़ जैसी संरचनाएं उभर आईं हैं. इस बीमारी से उस खुद भी परेशान हैं साथ ही उसके परिवार वाले भी काफी दुखी और चिंतित हैं. उन्‍होंने कहा, 'मैं और दर्द सहन नहीं कर सकता. मैं रात को सो नहीं पाता हूं. मैंने डॉक्‍टरों से कहा कि

कई ट्रेनों को रोकने की वजह बना यह कीड़ा, वजह जानकर हैरान होंगे आप

छोटे छोटे जीव बड़ी-बड़ी घटना कर सकते हैं. इनके कारण कई बार हादसे भी हो जाते हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसे हम बताने जा रहे हैं. एक छोटे से घोंघे को बिजली कटौती के लिए जिम्‍मेदार ठहराया गया है जिसके चलते दर्जनों ट्रेनें रुक गईं और 12 हजार यात्रियों को अपने गंतव्‍य तक पहुंचने में बहुत देर हो गई. मामला जापान का है. आइये जानते हैं क्या हुआ ऐसा. दरअसल, रेलेव ऑपरेटर ने रविवार को बताया कि क्‍योशो रेलवे द्वारा संचालित दक्षिणी जापान की कुछ लाइनों पर 30 मई को बिजली आपूर्ति बाधित रही. इस वजह से कंपनी को मजबूरन 26 ट्रेनों और कई दूसरी सेवाओं को निरस्‍त करना पड़ा. अपनी कार्यक्षमता विशेषकर ट्रांसपोर्ट के मामले में हमेशा टाइम पर रहने वाले जापान में इस घटना के चलते स्थिति भी बिगड़ गई. एक हफ्ते बाद अधिकारियों ने बताया कि उन्‍होंने इस घटना के आरोपी को ढूंढ लिया गया है. आरोपी और कोई नहीं बल्‍कि एक घोंघा है. दरअसल, घोंघा रेलवे ट्रैक के पास लगाए गए एक बिजली उपकरण के अंदर चला गया था जिसके कारण बिजली बंद हो गई थी. वहीं कंपनी के प्रवक्‍ता के अनुसार, "बिजली आपूर्ति में आई इस बाधा के लिए जो जिम

एक ऐसा होटल जहां बिकिनी पहनकर खाना परोसती हैं हॉट लड़कियां, सेकती हैं आंखें...

आजकल हर कोई नए-नए आइडिया के साथ अपने व्यवसाय को चला रहा है. जिससे कि इस प्रतिस्पर्धा की दुनिया में वो पीछे ना रह जाएं और चाहे वो फैशन की दुनिया हो या खाने की. हर क्षेत्र में नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं. दोस्तों, आपने कई सारे रेस्टोरेंट देखे होंगे जहां अलग तरीके से लोगों को खाना परोसा जाता है और कहीं रोबोट खाना परोसता है तो कहीं टॉयलेट की सीट पर लोगों को बैठाकर खाना खिलाया जाता है. लेकिन इस बार बात कुछ अलग है. पड़ोसी देश चीन के श्यांग शहर में Daoxianj रेस्टोरेंट है, जो लोगों को लुभावित करने के लिए नया तरीका अपना रहा है. यहां ग्राहक ज्यादा से ज्यादा संख्या में आएं इसके लिए होटल में बिकनी वेटर्स है औरये फीमेल वेटर्स बिकनी में खाना सर्व करती हैं. ख़ास बात यह है कि खूबसूरत दिखने वाली ये वेट्रेस पूरी तरह से सिर्फ बिकनी में होती हैं और इनके शरीर पर बकायदा इस रेस्टोरेंट का नाम भी गुदा हुआ है. जब से यहां बिकनी वाली वेट्रेस को रखा गया है लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं इस दौरान बिकनी वेट्रेस को देख लोग भौचक्के भी रह जाते हैं. लोग खाने से ज्यादा उनकी ओर ध्यान देने लगते है

कीचड़ में सराबोर कर किया जाता है यहां बारातियों का स्वागत

शादी बारात के अलग ही रिवाज होते हैं. कई बार ऐसे होते हैं जिन्हें सुनकर ही आप हैरान रह जाते हैं. शादियों के बारे में कई रिवाज आपने सुने होंगे लेकिन आज हम ऐसे ही अनोखे रिवाज के बारे में बताने जा रहे हैं. आपने शादियों के दौरान फूल और मालाओं से बारातियों का स्वागत करते हुए तो खूब देखा होगा, लेकिन क्या आपने कीचड से बारातियों का स्वागत करते हुए देखा है.  ऐसा ही कुछ बताने जा रहे हैं हम. बता दें, मैनपाट का आदिवासी मांझी समाज आज भी अपनी अनोखी परंपरा व संस्कृति के लिए न केवल प्रदेश में बल्कि देश में भी चर्चित है. छत्तीसगढ़ में ये परंपरा आज भी चली आ रही है. इस समाज में बारातियों का स्वागत कीचड़ में सराबोर कर किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि लडक़ी पक्ष के लोग बारातियों के सामने इस खेल के माध्यम से अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हैं, यह देखने में काफी आकर्षक होता है. मांझी समाज में 12 गोत्र हैं, जिनके अनूठे आयोजन हमेशा कौतूहल के विषय बने रहते हैं. सभी गोत्र की अपनी अलग-अलग परम्परा है.  आपको बता दें, मांझी समाज का भैंस गोत्र व तोता गोत्र में विवाह की अपनी अनोखी परंपरा है. भैंस गौत्र में लडक़ी पक

यहां ड्रग्स की एक डोज के देने होते थे 10 हजार रुपए और..!

आबकारी विभाग व महरौली पुलिस ने शनिवार रात को छतरपुर एक्सटेंशन के एक कैफे में छापा मारकर रेव पार्टी पकड़ी।  आबकारी विभाग अधिकारियों की मानें तो रेव पार्टी में हाई प्रोफाइल परिवारों के बच्चे शामिल होते थे। पार्टी में शामिल होने के लिए मोटी रकम खर्च करनी पड़ती थी। पार्टी में विदेशी शराब का एक पैग पांच हजार रुपये में दिया जाता था। वहीं ड्रग्स की एक डोज दस हजार में दी जाती थी। आयोजक किसी ग्राहक पर पूरा विश्वास होने या फिर परिचित को ही ड्रग्स की डोज देते थे। फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी मॉर्फिन ड्रग्स कहां से और किसी से लेते थे। जानकारी के मुताबिक आरोपी पहले कैश जमा करा लेते थे और उसके बाद कूपन (बैंड जैसा) देते थे। बैंड के आधार पर ही ड्रग्स व शराब परोसी जाती थी। आबकारी अधिकारियों के अनुसार पुलिस टीमें जब पार्टी के अंदर गईं तो आबकारी विभाग के एसीपी आलोक कुमार ने मुख्य आयोजक पुलकित रस्तोगी से पार्टी का लाइसेंस मांगा। इस पर पुलकित ने पार्टी का लाइसेंस होने का दावा किया, हालांकि वह पुलिस अधिकारियों के मांगने पर लाइसेंस दिखा नहीं पाया। आबकारी विभाग के अधिकारियों ने दाव

इस जिम में मनचाही लड़की से मार खाकर पैसे देते हैं पहलवान

लंदन के फेटिश जिम में पेशेवर रेसलर लड़कियों के साथ लड़कों की लड़ाई कराई जाती है। यहां इन महिला पहलवानों से लड़ने के लिए लड़के खुद पैसे भी देते हैं। कुछ लड़के तो लड़कियों से हारने भी आते हैं तो कुछ सिर्फ मार खाने के लिए आते हैं। ग्राहक यहां अपनी मनचाही पहलवान लड़की को चुन सकता है और उनसे छोटे कपड़े, बिकिनी या और कोई कपड़े पहनने की डिमांड कर सकता है। इस फेटिश जिम की मालिक पिप्पा और रिपर खुद पेशे से Wrestler हैं। पिप्पा का कहना है कि ये बिज़नेस तेजी से बढ़ रहा है। हर हफ़्ते औसत 15 से 20 क्लाइंट आ ही जाते हैं। पिप्पा हर सेशन के 150 पाउंड, यानि भारतीय मुद्रा में करीब 12,500 रुपए लेती हैं। इस दौरान ग्राहक की इच्छाएं भी पूछी जाती है। इस जिम में 19 से 70 साल तक के लोग आते हैं। एक ग्राहक का कहना है कि मैं कभी सेक्स के लिए इतने पैसे नहीं दूंगा। सेक्स आसानी से मिल जाता है लेकिन इस लड़ाई का जो मज़ा है, वो आसानी से नहीं मिलता। पिप्पा का कहना है कि ज्यादातर लोगों को लड़कियों से हारने में बहुत मजा आता है।

हर साल एक नई पत्नी के साथ रात बिताता है इस देश का राजा, बड़ी अजीब हैं यहां की परंपरा...

अफ्रीकी देश स्वाजिलैंड काफी चर्चाओं में रहता है। यहां की अनोखी परंपराओं के चलते इस अनोखे ढंग से देखा जाता है। इस देश के बारे में कुछ वेबसाइट्स द्वारा खबर दी गई थी कि यहां के राजा का आदेश है कि अगर किसी भी पुरुष की दो से कम पत्नियां हैं, तो उसे जेल में डाल दिया जाएगा। हालांकि, इस खबर को स्वाजिलैंड की राजशाही ने गलत बताया है। लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये है कि यहां के राजा की खुद 14 पत्नियां हैं। यहां बहुविवाह की प्रथा है। इतना ही नहीं यहां राजाओं द्वारा पत्नी चुनने की अजीबों परंपरा है, जिसपर कई बार सवाल भी उठे हैं। बता दें कि स्वाजिलैंड दुनिया का आखिरी देश है, जहां पूरी तरह से अभी भी राजशाही है। स्वाजिलैंड के राजा मस्वति-3 पर लैविश लाइफस्टाइल एन्जॉय करने के कई बार आरोप लगे हैं, लेकिन इस देश की 63 प्रतिशत आबादी आज भी गरीबी में अपना जीवन यापन करती है। राजा मस्वति-3 की 14 पत्नियां हैं। इन पत्नियों से उनके 25 से अधिक बच्चे हैं। खबरों के मुताबिक राजा की कुल 15 पत्नियां थीं, लेकिन पिछले साल एक पत्नी की मौत हो गई थी। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, राजा की पत्नी सेंतनी मसान्गो (37) ने

खूबसूरती होने के बावजूद भी बुजुर्गों के सहारे जी रही हैं इस देश की कुंआरी लड़कियां!

सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध के बारे में कौन नहीं जानता। वहां रोजाना हो रहे आपसी संघर्षों और आम लोगों के मारे जाने की खबरें रोज सुर्खियां बन रहे हैं। सबसे ज्यादा नुकसान युवा पुरुषों का हो रहा है। उन्हें अनिवार्य सैन्य सेवा और जेल में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसका सीधा असर पड़ा है यहां की अविवाहित लड़कियों पर। एक सर्वे के अनुसार सीरिया में 70 फीसदी से ज्यादा लड़कियां कुंवारी हैं और किसी भी तरह पसंदीदा लाइफ पार्टनर नहीं मिल रहा। इसके चलते मजबूरन महिलाओं को अपने से दुगुने उम्र के पुरुषों का सहारा लेना पड़ रहा है। सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध के बारे में कौन नहीं जानता। वहां रोजाना हो रहे आपसी संघर्षों और आम लोगों के मारे जाने की खबरें रोज सुर्खियां बन रहे हैं। सबसे ज्यादा नुकसान युवा पुरुषों का हो रहा है। उन्हें अनिवार्य सैन्य सेवा और जेल में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसका सीधा असर पड़ा है यहां की अविवाहित महिलाओं पर। एक सर्वे के अनुसार सीरिया में 70 फीसदी से ज्यादा महिलाएं कुंवारी हैं और किसी भी तरह पसंदीदा लाइफ पार्टनर नहीं मिल रहा।

एक नहीं...बल्कि युवक के पेट से निकली 80 तरह की अजीब चीजें, देखर हैरान रह जाएंगे आप

राजस्थान से एक बेहद ही चौकानेंवाला मामला सामने आया है। बता दें कि उदयपुर के एमबी अस्पताल में डॉक्टरों ने एक मरीज की सर्जरी की। सर्जरी में 24 साल के व्यक्ति के पेट से 80 तरह की चीजें निकली हैं। इनमें चाबियां, नेलकटर, सिक्के, चिलम के टुकड़े, लकड़ी की माला, अंगूठी, पिन, क्लिप आदि का समावेश हैं। मरीज फिलहाल स्वस्थ है। सर्जरी करने वाले विभाग अध्यक्ष डॉ. डीके शर्मा ने बताया कि युवक नशे का आदी था। वह शराब, चिलम सहित कई तरह की नशीली चीजें इस्तेमाल करता था। नशे में ही उसने ये सारी चीजें निगल ली थीं। डॉक्टर ने बताया कि 15 दिन पहले रोगी अस्पताल आया और पेट दर्द, उल्टी होने और खाना नहीं खा पाने की परेशानियां बताईं। जिसके बाद युवक का एक्स-रे कराया तो पेट में कुछ चीजें दिखाई दी। फिर पेन मैनेजमेंट कर सीटी स्कैन भी कराया। अमाशय में ये काफी चीजें दिखाई दी। एंडोस्कोपी के बाद उसकी सर्जरी की गई। डॉक्टरों की मानें तो गजेंद्र मनोरोग से ग्रसित है। इस स्थिति में रोगी वह सब भी खा जाता है, जो खाने लायक नहीं होतीं। इस केस में यह बेहद चौंकाने वाली बात थी कि नेलकटर जैसी नुकीली चीजें भी रोगी निगल गया, जो

एक भालू को पालतू कुत्ता समझकर पाल रही थी महिला, जब सामने आई सच्चाई तो...

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला ने बताया कि रात के समय उसे सड़क के किनारे एक जानवर दिखा। उसे लगा कि वो कुत्ता है और काफी बीमार है, इसलिए वो उसे उठाकर अपने घर ले आई। यह घटना पिछले हफ्ते की है। द स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने उस जानवर का नाम ब्रूनो रखा था। महिला जिसे कुत्ता समझकर पाल रही थी, उसकी सच्चाई तब सामने आई जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वो घर की खिड़की से बाहर मुंह निकालकर घरघरा रहा था। घरघराने की आवाज सुनकर जब लोगों ने ऊपर खिड़की की तरफ देखा तो डर गए। उन्होंने बिना देर किए तुरंत पुलिस को फोन किया, जिसके बाद वन्यजीव विभाग के कर्मचारी वहां पहुंच गए और घर पर छापा मार दिया और उस जानवर को बरामद कर लिया। यहीं नहीं, महिला पर अवैध रूप से जानवर को रखने का आरोप लगाया गया, लेकिन उसने सभी आरोपों को खारिज कर दिया। आपको बता दें कि महिला ने जिसे कुत्ता समझा था, असल में वो एक जंगली भालू था। उसका कहना है कि पहले उसे पता नहीं था कि वो जानवर एक भालू है और भालू को पाला नहीं जाता है। महिला ने बताया कि वो तो बस भालू की मदद करना चाहती थी, उसका शोषण करने का कोई इर

यहां मातम के समय नाचने के लिए बुलाई जाती हैं Lady Dancers..!

भारत में जब किसी की मृत्यु हो जाती है तो अंतिम संस्कार के दौरान लोग काफ़ी दुखी होते हैं। इसके उलट चीन के कुछ हिस्सों में शवयात्रा के दौरान कुछ ऐसा होता है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो सकते हैं। जी हाँ, वहाँ शवयात्रा के दौरान लाउडस्पीकर पर तेज़ आवाज़ में गाना बजता है और स्ट्रिपर्स बुलाई जाती हैं। यह चलन चीन के बाहरी हिस्सों और गाँवों में ज़्यादा दिखाई देता है। आइए जानें इसकी वजह...... फुजियान नॉर्मल यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर ख्वांग जेएनशिंग ने ग्लोबल टाइम्स को बताया, "कुछ स्थानीय परंपराओं में उत्तेजक नृत्य को मरने वाले की उस इच्छा से जोड़कर देखा जाता है, जहाँ वे वंश बढ़ाने का आशीर्वाद चाहते हैं।" ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, "चीन के देहाती इलाकों में शोक जताने आए लोगों के मनोरंजन के लिए कलाकारों, गायकों, कॉमेडियन और स्ट्रिपर्स को भाड़े पर बुलाकर ख़र्च करने की परंपरा ज़्यादा है।" यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना के मार्क मोस्कोवित्ज का कहना है, "ताइवान में 1980 के दौरान अंतिम संस्कार के समय स्ट्रिपर्स की मौजूदगी ने पहले लोगों का ध्यान खींचा। ताइवान में यह च

जब बर्फीली पहाड़ियों से मिला 40 हजार वर्ष पुराना भेड़िए का सिर

आर्कटिक सर्किल में 2018 में वैज्ञानिक पावेल एफिमोव ने साइबेरिया की बर्फीली पहाड़ियों से हिम युग के एक भेड़िए का सिर खोजा है। यह सिर 40 हजार साल पुराना है। सिर 16 इंच लंबा है, जो आज के भेड़ियों के सिर के आकार का करीब दोगुना है। वैज्ञानिक ने बताया कि सिर में मौजूद ज्यादातर कोशिकाएं बिल्कुल नई जैसी ही मिलीं। उन्होंने कहा कि भेड़िए के सिर की तुलनात्मक रिसर्च अब आधुनिक युग के भेड़ियों के साथ की जाएगी। भेड़िए के सिर में दिमाग के साथ-साथ उसके बाल और दांत भी सुरक्षित हैं। इससे साफ होगा कि बीते हजारों सालों के बदलते हालात में जानवरों का विकास कैसे हुआ?  वैज्ञानिक भेड़िए के डीएनए की भी जांच करेंगे इससे उन्हें उस दौर की स्थिति की जानकारी मिलने में आसानी होगी। जिकेई यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन इन टोक्यो की प्रोफेसर नओकी सुजुकी के मुताबिक, भेड़िए के सिर के सीटी स्कैन में उसके अंदरूनी अंग और दिमाग सही हालत में पाए गए हैं। धड़ आसपास कहीं नहीं मिला। इससे माना जा रहा है कि भेड़िए पर किसी दूसरे जानवर ने ही हमला किया था, क्योंकि रूस में पहली बार मानवजाति 32 हजार साल पहले आई थी। वैज्ञानिक भेड

यहां सुहागरात के दिन जांच करने आता है पूरा गांव, रखते हैं निगरानी...

हर समाज ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। लेकिन हमारे देश-समाज में शिक्षा और बढ़ते विकास के बाद भी ऐसी कई कुरीतियाँ विद्यमान हैं जिन्हें नकारा नहीं जा सकता हैं। आज भी देश में महिलाओं को वह सम्मान नहीं मिल पाया है जिसकी वे हकदार हैं और कुरीतियों की चक्की में पीसी जा रही हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक रिवाज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके अनुसार सुहागरात के समय पूरा गांव कमरे के बाहर निगरानी करता है। दुल्हन के इम्तिहान की घडी-  कंजरभाट नाम का समुदाय पिछले 20 सालों से यह पुरानी और शर्मनाक परंपरा को निभा रहा है। इस परंपरा को इसलिए निभाया जाता है ताकि दुल्हन के चरित्र के बारे में जान सकें। परंपरा के मुताबिक दूल्हा-दुल्हन को कमरे के अंदर जाने से पहले सफेद चादर दी जाती है। नवविवाहित जोड़ा बिस्तर पर इसी चादर को बिछा कर सोता है। ताकि पहली बार संबंध बनाते वक्त उस पर खून का दाग आसानी से न जा सके। सरपंच देता है इम्तिहान का परिणाम-   सुबह सरपंच चादर पर दाग देखता है। अगर चादर पर दाग हो तो महिला को पवित्र माना जाता है। यदि सरपंच को कोई दाग दिखाई नहीं देता तो वह महिला अपनी परीक्षा में फे

जवां बच्चों का पेशाब जमा कर, उसमें अंडे उबालकर खा जाते हैं इस देश के लोग

दुनिया भर में लोगों का खान पान एक दूसरे से बिलकुल अलग होता है। क्या आपने कभी सोचा है कि कोई पेशाब में अंडे उबालकर खाता है।  चीन के डोंगयांग में सालों से बच्चों के पेशाब में अंडों को उबालकर खाया जाता है। बेशक दुनिया ये बात जानकर हैरान रह जाती है लेकिन चीन के इस प्रांत के लोगों के लिए ये बेहद आम बात है। क्रिश्चन लोगों में ईस्टर का त्योहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। इसी त्योहार के आने की खुशी में चीन के कुछ चुनिंदा शेफ ने डोंगयांग प्रांत की इस recipe को नया रूप दिया। इसके लिए उन्होंने लड़कों के पेशाब में अंडों को उबालने वाली एक रेसिपी को तैयार किया है। ऐसा करने से इस रेसिपी का स्वाद थोड़ा नमकीन हो जाता है। बड़ी मात्रा में ये डिश बनाने के लिए शेफ स्कूलों से मदद लेते हैं।बिना किसी मुसीबत के लड़कों का पेशाब पास के लोकल स्कूलों से मिल जाता है। बच्चों के पेशाब से उबले अंडों को खाने के खाने वाले लोगों का कहना है कि वो स्वाद में बेहद बेहतरीन लगता है। इसलिए उन्हें बेसब्री से इंतजार रहता है पेशाब से उबले अंडों को खाने का। उन्होंने बताया कि ऐसी रेसिप खाने से blood circulation अच्छ

एक मांग को लेकर यहां की 1500000 महिलाओं ने सड़क पर जलाए अपने अन्तः वस्त्र..!

भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई ऐसे देश हैं, जहां महिलाओं को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। इन्हीं देशों में से एक स्विट़जरलैंड का नाम भी शामिल है। अपने अधिकारों और अपने उपर हो रही हिंसा के खिलाफ यहां करीब 15 लाख महिलाएं सड़क पर उतरी हैं। पूरे विश्व भर में महिलाएं यौन हिंसा और गैर बराबरी का शिकार हो रही हैं। स्विटजरलैंड भी दुनिया के उन्हीं देशों में आता है। ऐसे मामलों में स्विटजरलैंड का दुनिया में 9वां स्थान है। यहां कि महिलाएं लैंगिक असमानता और अपने ऑफिस में हो रहे भेदभाव की वजह से सड़क पर उतरी हुई हैं। उनका ये विरोध ऑफिस में समान वेतन और मौकों की मांग को लेकर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, "स्विटजरलैंड में महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले तकरीबन 20 फीसदी कम वेतन मिलता है।" स्विटजरलैंड की महिलाओं ने अपने ऊपर हो रहे यौन उत्पीड़न और हिंसा के खिलाफ मार्च निकाला हुआ है। अब वे अपने उपर हो रही हिंसा को लेकर जीरो टॉलरेंस चाहती हैं। यहां करीब  12 शहर की महिलाएं अपनी मांग को लेकर सड़क पर उतरी हैं। बता दें कि स्विटजरलैंड में 28 साल बाद महिलाओं द्वारा इतना बड़ा प्रदर्शन किया